जिंदगी का सफर ..................................
हम क्या गलती की जो तु ने मुझे इतनी बरी सझा दी
जब हम माफी मांगी तब थोड़ी सी दया दी
भूख के मारा चार रोज से
यही प्रक्रिया या है हर रोज के
मौत भी नशीब नहीं
जिंदगी जीने का कोई तरकीब नहीं
मौत है शाया मेरा
जिंदगी है पराया मेरा
जिंदगी की यह हर एक आँशु
मेरे जीवन का हुआ बिनाशु
जीवन तो जी लेंगे
दुःख का जहर पि लेंगे
लेखक :- Shailendra Bihari
3 टिप्पणियाँ
Sir meri site review karo or btao kya galti h ki approve nahi ho rahi please me Instagram nahi chlata to yaha cmnt kiya help 🙏
जवाब देंहटाएंhttps://khatihelper.blogspot.com
Link Nahi khul Raha hai Aapka
हटाएंBro this is my website
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