चल आगे क्यों खड़ा है पीछे सपनों की बगिया को सींचें राहों में हो अगर अंधेरा सुरज को हम लाए नीचे थककर यूं तू रुक ना जाना चलता जा पीछे छोड़ ज़माना आंधी आए या तुफां आए अपनी मंजिल को है पाना ✍️ Chh…
Social Plugin