भीगी हुई बरसात में || Hindi Short Kavita

 भीगी हुई बरसात में

बूंद बूंद के साथ में

एक ही मुलाकात में
नखरे वाली साथ में

घर के ही पास में
आई थी बरसात में

धड़कन के टकरार में
दिल की बुखार में


लेखक :- शैलेंद्र बिहारी 




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