मेरे कान्हा 🙏🏻. Hindi Kavita

 मेरे कान्हा 🌹🌹


मै हूं सिर्फ अपने कान्हा की,,

अब वो ही एकमात्र मेरे..

अब रहा ना कोई मन का मेरे,,

जो मुझे अपनी कह टेरे..


इसी भांति उठ गया है मेरा,,

अब सभी पर से ही अधिकार..

जब से हुई समर्पित अपने कान्हा की,,

जब से हुई मैं अंगीकार..


देह कही भी रहे अब मेरा,,

चाहे दे कोई कितना भी दुलार..

अथवा इसे सताए कोई,,

देता रहे सदा दुत्कार..


अब कोई कैसे भी माने इसको,,

समझे इसको अपने इच्छा अनुसार..

कोई मतलब नहीं अब मुझको,,

तन से ही है सारा परिवार..


मैं तो अब बन सकती ना किसी की,,

चाहे दे कोई वस्तु या उपहार..

कान्हा ही हैं अब मेरे संसार,,

हुई प्रिया अब कान्हा तेरी..

तुम भी अब करो स्वीकार ।

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🙏🏻🙏🏻राधे राधे 🙏🏻🙏🏻

Priyanka Govind Rao


प्रियंका गोविंद राव




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