इश्क और गुलाब | Hindi Kavita

 इक  बात  कहूँ  इश्क  बुरा तो  नहीँ  मानोगे,,,

एक गुलाब दिया था उसने तेरे होने से से पहले..!!


उनके  इश्क का  रंग  मुझ  पे  कुछ  ऐसा चढ़ा,

जाने  कहां खो  गई  मैं  उनकी  होने से  पहले..!!


उनके आने से  धड़क जाती है  धड़कन दिल की,

यूँ मगर लौट के ना जाया करो पास आने से पहले..!!


न रोका कीजिए हमें यूं मोहब्बत की राहों मे, 

बिखर न जाए ये गुलाब इश्क जताने से पहले..!!


Priyanka Rao 








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