आज परीक्षा पूरा समाप्त हो गया है । आज साक्षी से अंतिम बार मिलने जा रहा हूं पता नहीं फिर कब मिलेंगे ।
होटल में साक्षी और राधा दोनों बैठी हुई है।
मैं भी पहुंच गया।
राधा : इतना जल्दी क्यों आ गए
मैं : अरे यार वहां जाम में फस गया था।
साक्षी : तो फसे रहते
मैं : अरे मिर्ची जैसी बात क्यों बोलती
पता नहीं क्यों हम पर आजकल गुस्सा रहती है।
साक्षी : कोई काम का नहीं हो
मैं : तो प्यार क्यों की
राधा : क्या आप दोनो कहीं शुरू हो जाते हो
ये घर नहीं है । बहुत लोग यहां पर बैठे है।
मैं : मालूम है। जरा पूछो तो किस काम का नहीं हूं , बताएगी तभी ना कुछ करेंगे वैसे हम कैसे समझ जाएंगे ।
साक्षी : मुझे आपके साथ रहना है।
मैं : मुझे भी रहना है । राधा आप ही बताओ सबको मैं मना रहा हूं ना जितना जल्दी हमे है , सभी को उतना रहेंगे तभी ना कुछ हो पाएगा । शादी है इसमें जीवन का फैसला होता है तो सभी समय लेंगे ही ।
बस इतना याद रख हम दोनों की शादी हो कर रहेगी चाहे जो हो
राधा : जीजू ठीक कह रहे है, इतना दिन रुक गई ना अब और कुछ दिन रुक जाओ ।
साक्षी : ठीक है। अंतिम बार मिल रही हुं अब मिलूंगी तो शादी के दिन ही नहीं तो दुनियाँ में कहीं नहीं मिलूंगी ।
मैं : समझाओ इसे
राधा : कैसी बात कर रही हो दीदी
साक्षी : तू सब नहीं समझ सकती मेरी हालत
राधा : समझ तो रहे है जीजू
साक्षी : वो सिर्फ लंबी बाते बनाता है।
मैं : चलो अभी कर लेते है।
साक्षी : तुमसे नहीं होगा ।
मैं : होगा क्यों नहीं हम सोचते है बारात लेकर आऊंगा ।
साक्षी : बारात ही करेंगे शादी
राधा : सच में दी हम सुने थे लोग प्यार में पागल हो जाते है आज अपनी बहन को ही देख रही हूं।
साक्षी : तू अभी बच्ची है ।
राधा : लेकिन समझ सकती हूं ।
साक्षी : महसूस नहीं कर सकती हो
मैं : क्या हो गया है तुम्हे मुझे अब चिंता हो रही है।
साक्षी : तो जनाब को चिंता भी करने आते है ।
राधा : दीदी चलो अब जाने का समय हो गया है।
तो चलूं जीजू
मैं : ये रखो
राधा : क्या है ये
मैं : कुछ नहीं रखो ना
राधा : हमे नहीं चाहिए रुपया
मैं : हमें भी नहीं चहिए इसलिए दे रहा हूं।
राधा : ओह जीजू
मैं : बस मान जा
राधा : छोड़ो भी
मैं : मान जा पहले
राधा : ठीक है मान गई
मैं : चलोगी मेरे साथ
राधा : दीदी गुस्सा हो रही क्यों चिढ़ा रहे हो
मैं : वो लगता है आज नहीं हंसेगी
राधा : रूम पर जायेगी तो हंसने की एक्टिंग तो करनी पड़ेगी ।
मैं : ऐसी बात है क्या तब तो लगता है मुझे भी रूम पर जाना परेगा।
राधा : चलो ना तो
मैं : जरा तुम्हारी दीदी से भी तो पूछ लूं।
राधा : हां ये सही रहेगा।
मैं : क्या मैं आपके रूम पर जा सकता हूं।
साक्षी : क्यूं
मैं : वैसे राधा बोल रही है।
साक्षी : ठीक है मैं उससे बोल दूंगी मना कर देने के लिए।
मैं : लगता है मुझे भी जाने का मन कर रहा है ।
साक्षी : तो जाओ घूम फिर कर आओ तब मैं यहां बैठी हूं।
मैं : राधा के साथ जाऊं
साक्षी : नहीं वो यहीं रहेगी जाना है तो अकेले जाओ
मैं : उसे ले जा रहा हूं , तो तुम्हे क्या दिक्कत है।
Lekhak :- Shailendra Bihari
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