समझौते का प्यार (भाग 18) Love Story | Contract Marriage । हिंदी कहानी

 

आज पहली परीक्षा के पहले दिन है । हम परीक्षा हॉल में पहुंच गए है। साक्षी भी आ गई है।
साक्षी : क्या जी कैसे हो
मैं : सब तो जानती ही हो
    परीक्षा की तैयारी छोर कर शादी की तैयारी में जुटे थे ।
    अब कैसे होंगे आपके आलावा और कौन जान सकते है ।
    आप कैसी हो
साक्षी : रोग तो दोनों तरफ एक ही है।
          शादी की तैयारी में तो हम भी थे ।
मैं : चलो अब घंटी लग गई।
साक्षी : ठीक है। परीक्षा के बाद गेट पर मिलना साथ में जायेंगे ।
मैं : ठीक है। मन लगा कर देना ।
साक्षी : आप भी
मैं : ठीक है।




                       3 घंटे बाद

परीक्षा हो गया आज की सारी सवाल मिलते जा रहे थे , थोड़ा ही दूर गेट से आगे निकला तो तो साक्षी की आवाज आई।
साक्षी : परीक्षा से पहले बोले थे न गेट पर रुकने के लिए ।
मैं : यार भूल गए।
साक्षी : ठीक है कभी पूरा ही भूल जाना
मैं : देखो आप ऐसी बात मत बोलो अभी परीक्षा है । इतने दिन मोज मस्ती किए ना अब थोड़ा दिन अगर इधर उधर हो जाए तो गुस्साना मत अभी दूसरा टेंशन थोड़ी सी बात पर आप भी टेंशन दोगी तो हम परीक्षा दे पाएंगे।
साक्षी : ठीक है। कल से आपको रुकने के लिए नहीं बोलूंगी ।
मैं : फिर वही बात आप इतना समझदार होकर ये सब बात बोलोगी तो कैसे होगा ।
कल से हम नहीं भूलेंगे ।
ठीक है।
साक्षी : नहीं आपके साथ नहीं आना
मैं : बेकार में आप बात आगे बढ़ा रही हो
साक्षी : बढ़ाऊंगी
मैं : देखो गुस्सा मत दिलाओ
साक्षी : क्या करोगे ।
मैं : क्या मैं कुछ नहीं कर सकता
साक्षी : आप होते कौन हो कुछ करने वाला
मैं : ( गुस्सा कर मैं एक तमाचा जोर से उसे लगा दी वो पूरी गुस्सा कर एक टक देखी और उसकी आंखें में आंसू भर आई । बोली आज के बात कभी मत मिलना हमें और चली गई )
कमरा पर जब हम पहुंचा तो मेरे भी आखों में आंसू भर आए । मैं तुरंत गैस जला कर अपने हाथ को आग पर डाल दिया, तुरंत सभी दोस्त आकार गैस बंद किया पागल हो गए हो क्या हुआ, परीक्षा में कुछ हुआ क्या , नहीं , पहले तुम हॉस्पिटल चलो,
सभी दोस्त हॉस्पिटल जा कर इलाज करवाए । और कमरा  पर आ गए दिन का 2 बज गए थे ।
थोड़ा आराम किया की साक्षी के फोन आ गए ।
मैं उसे काट दिया उधर से 10 बार लगभग कॉल की मैं काट दिया ।
फिर वो वॉइस मैसेज में बोली मैं राधा हूं, आप कॉल उठाओ ।
उसके बाद मैं कॉल उठाया
राधा : क्या हुआ मेरी दीदी को
मैं : क्या बोल रही है वो
राधा : वो केवल रो रही है कुछ बोल नहीं रही है ।
मैं : उसे चुप करा दो
राधा : पहले आप बोलिए , क्या हुआ आप दोनो के बीच
मैं : कुछ नहीं बस थोड़ा कहा सुनी हो गया ।
राधा : तो इतना रो क्यों रही है।
        आप जल्दी आ जाओ यहां
मैं : आज नहीं आ सकता मैं
राधा : देखिए बकवास नहीं कीजिए आप यहां आ जाइए । सभी लड़की अभी घूमने गई ।
  अभी समय है आने की
मैं : कल आऊंगा ।
राधा : अभी तो अभी
        जैसे भी जल्दी आओ
मैं : नहीं बोले ना
राधा : आज तक अपनी बहन आंख में आंसू भी नहीं देखे है आपके वजह से आज आंसू की नदिया बहा रही है ।
आप आओ नहीं तो पाप को बताती हूं।
मैं : जो मर्जी करो
राधा : ( रोती हुई) बोल रही ना आप आ जाओ
मैं : ठीक है आ रहा हूं, आप मत रोइए 

Lekhak:- Shailendra Bihari 



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ