समझौते का प्यार (भाग 12 ) Love Story | contract Merriage Story in hindi | कहानी

 

उसके बाद चाचा ने साक्षी के चाचा से बात करवाने को कहा मैं साक्षी के पास कॉल लगा दिया ।
साक्षी : हेलो
मैं : कैसी हो ।
साक्षी : ठीक हुं , आप
मैं : मैं भी ठीक हूं।
साक्षी : चाचा से बात किए आप
मैं : हां बात किए वो मान गए । आप आपने चाचा का नंबर दो । चाचा बोले है , बात करेंगे।
साक्षी : ठीक है मैं मैसेज कर देती हुं अभी
          गया नंबर ।
मैं  : हां आ गए ।
      ठीक है अभी थोड़ा देर में बात करता हूं।
साक्षी : ठीक है।
मैं : चाचा नंबर आ गए ।
चाचा : ठीक है कॉल लगाओ
मैं : आप अपने फोन से लगाइए ना सैयद फिर कॉल करे तो
चाचा : ठीक है इसमें नंबर दो और जाओ , मैं बात करके बताता हूं।






मैं : ठीक है चाचा जी ।
    मैं वहां से चला गया  ।
   साक्षी के पास कॉल लगा दिए ।
साक्षी : हेलो !
मैं : हां
साक्षी : क्या  बात किए चाचा
मैं : मालूम नहीं चाचा नंबर लेकर बोले जाओ यहां से बात करके बताता हूं।
   क्या पापा से बात किए थे चाचा . . . ?
साक्षी : हां कर रहे थे , पापा बोले लड़का क्या कर रहे है चाचा बोले पढ़ाई कर रहे है , फिर बोले जमीन जायदाद सब है या नहीं।
सब कुछ से भरा परा है। उसके चाचा मेरे खास दोस्त है, यहां साक्षी की शादी हो गई तो हमेशा खुस रहेगी हो , पूरा परिवार सब खुसीहाल जिंदगी जी रहे है।
पापा एक रिश्तेदार मेरे भी है उसी गांव के आस पास एक बार उनसे भी पूछ लेते हैं।

इतना ही सुनी मैं और काफी सारा बाते कर रहे थे
मैं : लगता है आपको ये शादी हो जायेंगे।
साक्षी : अभी तो लगता है , लेकिन रिश्तेदार से बात करने के बाद क्या होता है वो तो आगे मालूम परेंगे ।
मैं : तो और सब क्या करती हो।
साक्षी : बस यही गम में डूबे रहते हैं।
मैं : पागल हो , ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं चाचा और से काम नहीं होंगे तो मम्मी को बता देंगे ।
साक्षी : हां ये भी एक रास्ता है।
मैं : केवल हम दोनों भागेंगे नहीं और सारी तरीका बारी से आजमाएंगे ।
साक्षी : ये सही रहेगा ।
         मैं सोचती हूं ये टेंशन नहीं लूंगी लेकिन अपने आप चले आते हैं।
मैं : मत लो अभी टेंशन
     मैं हूं ना सभी गेम खेलने के लिए ।
     हर गेम हम दोनों की शादी की होगी ।
आपकी मम्मी आपकी बात मानती है।
साक्षी : हां मानती है ।
मैं : जरूरत परे तो ये भी तीर मारना
     बाद बांकी हर पल की खबर सुनते रहना
साक्षी : ठीक है।
          और 12वीं की भी परीक्षा नजदीक ही आ रही है।
मैं : हां थोड़ा पढ़ाई पर भी ध्यान दो ।
    अगर मान गए शादी के लिए भी तो परीक्षा के बाद ही होंगे हमारी शादी
साक्षी : हां
         और कौन कौन है आपके परिवार में
मैं : एक बड़ा भाई है उससे छोटी एक बहन है दिनों की शादी हो गई है। और मम्मी पापा चाचा चाचा चाची और उसके दो बेटे
और आपके परिवार में
साक्षी : एक भाई दो बहने हूं भाई शादी शुदा है बहन मेरे से छोटी है । उसकी नाम तारा है
उसे सब कुछ मालूम है हम दोनों के बारे में
मैं : मालूम है की आप बताई
साक्षी : एक ही कमरा में सोते हैं तो बात करते हुए एक दिन देख ली सुबह बोली कौन है वो मैंने सब बता दी ।
मैं : वो बताएगी नहीं ना किसी को
साक्षी : कभी उससे बहस की तो मम्मी को बता देगी ।
मैं : देखो उनसे बात करना हमें तब आप भी धमकी देना की तू भी तो बात की है , तब वो नहीं बोलेगी ।
साक्षी : हां ये विचार अच्छा है ।
मैं : ठीक है चाचा बुला रहे है बाद में कॉल करता हूं ।
साक्षी : ठीक है।

Lekhak :- Shailendra Bihari 


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