छठे दिन
आज कक्षा में हरेक दिन की आज भी पहले आकर बैठ गया हूं ।
आज नही लगता है की वो आयेगी समय थोड़ा ज्यादा हो गया है अभी तक हो नहीं आई कुछ देर इंतजार करने के बाद वो आ गई आज हमेशा की तरह मुस्कुराई नही और बैठ गई थोड़ा उदास लग रही थी वो ।
मैं : क्या हुआ साक्षी क्यों उदास हो कोई परेशानी है क्या
साक्षी : नहीं समझोगे तो ही अच्छा है ।
मैं : क्या हुआ बोलो भी तो
साक्षी : छोरो !
मैं : अभी कहीं घूमने चले हम दोनो
साक्षी : नही मन नहीं करता ।
मैं : अरे चलो भी
साक्षी : कहां जाना है।
मैं : पहले कक्षा से तो निकालो ।
साक्षी : ठीक है चलो ।
( हम दोनों कक्षा से निकल गए और सरक पर चुप चाप जा रहे है । साक्षी ने थोड़े ही देर में बोली )
हम मंदिर चले वहां अच्छी हवा चलती है । और वहां उतना लोग भी नहीं रहता है ।
मैं : ठीक है जहां चलो
( थोड़े ही देर में मंदिर आ गए हम )
यहां बैठ जाओ अच्छी हवा यहां चलती है ।
साक्षी : ठीक है। आप भी बैठ जाओ
मैं : ठीक है ।
अच्छा ये बताओ आप उदास क्यों हो ।
साक्षी : घर की याद आ रही थी ।
मैं : इसमें उदास की क्या बात है।
साक्षी : मैं पहली बार घर से बाहर रहने किसी अनजान शहर में आई हूं। यहां मेरा कोई नही ।
मैं : इसमें उदास होने की क्या बात है। हम है ना बोलो क्या काम है ।
साक्षी : मेरे लॉज का मालिक ठीक नहीं है ।
मैं : क्या हुआ
साक्षी : वो मुझे घूरता रहता है ।
मैं : कमरा खाली कर दो वहां से
साक्षी : दूसरी कमरा फिर कहां होगा अच्छा कमरा होगा की नहीं फिर वही बात इधर उधर में समय और परेशानी बहुत लग जाते है।
मैं : अरे मैं ढूंढ दूंगा आप क्यूं परेशानी ले रही हो आपको कुछ परेशानी नहीं होगी सब हम सेट कर देंगे ।
साक्षी : ठीक है ढूंढ दो ।
मैं : ठीक है कल तक हम ढूंढ लेंगे अब खुश
साक्षी : हां
मैं : अरे मुस्कुराओ!
साक्षी : ठीक है अब कितना मुस्कुराऊं।
आप ना होते तो कितनी समस्या होती ।
मैं : कोई बात नही ये मेरा फर्ज था ।
आपको कोई दोस्त मिला क्या
साक्षी : भला आपसे अच्छा कौन दोस्त हो सकता है ।
इतना ख्याल रखने वाला
मैं : इतना भी लायक आप तो समझी।
साक्षी : आप बहुत अच्छे हो आप बहुत कुछ लायक है ।
मैं : सच में मैं अच्छा हूं
साक्षी : हां ! आप बहुत अच्छे हो ।
मैं : मुझे तो नहीं लगता ।
साक्षी : भला आपको कैसे लगेगा ।
आप मेरा नंबर लिख लीजिए
मैं : ठीक है इस फोन में सेव कर दो ।
साक्षी : हो गया ।
मैं : कब करू कॉल
साक्षी : जब मन करे ।
मैं : अभी करू
साक्षी : मैं हूं अभी जो पूछना चाहे पूछ लो ।
मैं : सच में जो मन करे वो पूछ सकते है ।
साक्षी : अरे हां बाबा
मैं : आपका कोई BF है ।
साक्षी : आपका GF है कोई
मैं : पहले आप बताओ
साक्षी : नहीं पहले आप
मैं : नहीं अब आप बताओ ।
साक्षी : नहीं
मैं : चलो ठीक है।
साक्षी : क्यों
मैं : वैसे । चलो अब बहुत समय हो गया है कहीं जाके नाश्ता करते है ।
साक्षी : मैं नहीं करूंगी ।
मैं : अरे पैसा हम ही दे देंगे आप चलो तो सही ।
साक्षी : पैसा की कोई बात नहीं चलो आज हम ही दे देते है। पार्टी
मैं : नहीं मेरे तरफ से आज
साक्षी : एक बार बोल दिए ना हम देगें।
मैं : चलो ठीक है । खूब खर्चा कराएंगे ।
साक्षी : जितना करो आप
( वेटर को ऑडर दिए वो लाए खाना । बहुत खा लिए ।
साक्षी ने बिल दी )
ख्वाब ना देख तू प्यारी ।
हम तो है सिर्फ तुम्हारी ।।
आगे की बात आगे 👉👉👉
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