सुबह
साक्षी की कॉल आ रही है। वो अभी तक 15 कॉल कर दी है।
अब मैं ही उसके पास कॉल किए ।
साक्षी : हेलो
मैं : हां क्या बात
साक्षी : क्यों वैसे नहीं कॉल कर सकती
मैं : नहि आज कल सब मतलबी हो गए है।
साक्षी : कौन हो गए हैं।
मैं : आप पूरी तरह तैयार हो मेरे से शादी करने के लिए।
साक्षी : हां क्या हुआ
मैं : हम कहेंगे कोट मैरेज करने के लिए तो करोगी ।
साक्षी : मैं पूरी तरह आप पर निर्भर हुं।
मैं : परीक्षा तक का मैं समय देता हूं । सभी से राय विचार कर लो और बता दो हम उसी से शादी करूंगी । मैं घर पर बता दूंगा थोड़ा हम भी इंतजार कर लेते है।
साक्षी : ठीक है हां यही सही रहेगा पहले सबको बता दूं ।
मैं : मुझे आपकी बहुत याद आती है। अब कुछ दिन बर्दास्त करूंगा उसके बाद नहीं।
साक्षी : मुझे भी आपसे मिलने की बहुत मन कर रही है। लेकिन मैं करूं तो क्या करूं।
मैं : थोड़ा दिन और इंतजार कर लो बस फिर हम दोनो एक हो जायेंगे । चाहे जो करना परे ।
साक्षी : मैं पूरी तरह आप पर निर्भर हूं।
आपको जो अच्छा लगे वही करो लेकिन हमें भी बता देना बस ।
मैं : कोई बात नहीं छिपाऊंगा । बस भरोसा रखना हम पर
साक्षी : जाना से भी ज्यादा
मैं : रात में कब सोई थी।
साक्षी : जब आपका कॉल कट गया तब
मैं : आप भी सुन रही थी ।
साक्षी : मुझे कसम दे दी थी वो मैं मजबूर थी ।
मैं : सुन रही थी कैसे बात करती थी वो
साक्षी : हां जी
मैं : बहुत घमंडी है वो लेकिन हम कर भी क्या सकते है ।
साक्षी : हां वो तो है ।
छोड़ो वो सब बेकार की बात
परीक्षा के 10 दिन ही बचे है आप उस पर ध्यान दो ।
मैं : हां बिलकुल दे रहा हूं।
अब हम बाते कम करेंगे ।
साक्षी : हां
मैं : नाश्ता सब कर ली
साक्षी : नहीं
मैं : क्यों
साक्षी : अब थोड़ी देर में करूंगी
मैं : जाओ मम्मी को थोड़ा मदद कर दो
साक्षी : भाभी बनती है खाना
मैं : तो उसे ही मदद कर दो ।
साक्षी : हेलो शाहब मुझे खाना बनाने आती वो भी बहुत अच्छी ।
मैं : मैं तो सिर्फ मदद के लिए बोल रहा था।
साक्षी : मालूम है आप समझते हो मुझे खाना बनाने नहीं आती ।
मैं : अरे आती है तुझे खाना बनाना
साक्षी : चल हट झूठे
मैं : सच्ची
साक्षी : ही परीक्षा में मिल सकते है ना
मैं : आपको लेकर कौन आयेगी ।
साक्षी : सैयद भैया
मैं : तब तो मिलने का समय बहुत कम
साक्षी : अगर कमरा ले ले वहां पर तो
मैं : तब तो कभी भी मिल सकते है ।
साक्षी : दोस्त लोग को बोल रही हूं कमरा ही ले लें आने जाने में फिर समय नहीं बर्बाद होंगे ।
मैं : बात तो अच्छी है ।
देखो ट्राई करो हो जायेंगे तो बहुत अच्छा रहेंगे ।
साक्षी : आज शाम में सभी दोस्त से बात करके आपको बताऊंगी ।
मैं : जरूर बताना
नाश्ता कर लो आप
साक्षी : हां बाबा कर लूंगी ।
आप किए की नहीं
मैं : मेरा छोड़ो ना ।
साक्षी : नहीं नहीं बोलो
मैं : जी नहीं , मम्मी बहुत देर से बुला रही है।
मैं छत पर हूं।
साक्षी : क्या हम भागे जा रहे थे।
मैं : आपसे बात करता हूं ना तो भूख , प्यास , नींद सब गायब हो जाती है।
साक्षी : इतना प्यार
मैं : हां
साक्षी : मैं तो नहीं करती
मैं : मैं करता हूं ना हो गया आपके साती भी कर लेता हूं।
साक्षी : ठीक है, बाबा पहले खाना खाओ
रखती हूं
मैं : ओके
Lekhak:- Shailendra Bihari
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