चल आगे | Chal Aage Hindi Short Kavita | Chhaya Bele Kavita

 चल आगे क्यों खड़ा है पीछे

सपनों की बगिया को सींचें


राहों में हो अगर अंधेरा

सुरज को हम लाए नीचे


थककर यूं तू रुक ना जाना

चलता जा पीछे छोड़ ज़माना


आंधी आए या तुफां आए 

अपनी मंजिल को है पाना



✍️ Chhaya Bele 

@छाया बेले

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