समझौते का प्यार (भाग 11) Love Story Kahani | Contract Marriage | कहानी

 

साक्षी मैं आ गया हूं आपके घर के नजदीक
साक्षी : सच्ची
मैं : हां
साक्षी : क्यों आए ।
मैं : मुझे नहीं आना चाहिए था ।
साक्षी : आने से पहले एक बार पूछ तो लेते
मैं : मैं अचानक खुशियां देना चाहा आपको ।
साक्षी : प्लीज यार आप जाओ यहां से
मैं : क्यों
साक्षी : आज मुझे देखने आ रहे हैं।
मैं : कौन
साक्षी : लड़के वाले और कौन
मैं : ये बात आप अभी बता रहे हो हमें।
साक्षी : मुझे भी थोड़ा देर पहले पता चला
मैं : और आप मान गई।
साक्षी : हम कैसे टाल सकते है माता पिता के बात
         उसका भी हम पर कोई हक बनता है।
         और हम दोनों के प्यार के बारे में उन लोगों को तो                     पता ही नहीं है।
मैं : ठीक है
      जाओ सनम ससुराल तुम खुश रहना ।
साक्षी : मेरी मर्जी से ये रिश्ता नहीं हो रहे है।
          और अभी थोड़े ही शादी हो गई है।
मैं : मै सोचता था पहली रिश्ता मेरे यहां से तुम्हारे यहां                जाए ।
         लेकिन सब सोचले रह गए ।



साक्षी : मेरा इसमें कोई गलती नहीं है।
मैं : सब गलती मेरा ही है ।
साक्षी : ऐसा मैं बोला आपको
         आप थोड़ा हौसला देते हमें की आप भी उल्टी         सीधी बाते कर रहे है।
        मैं घर छोड़कर आ जाऊं आपके पास अभी
        बोलो तो आ जाती हूं ।
        सिर्फ एक बार बोलिए ।
मैं : बस करो रोना धोना हमें अच्छा नहीं लागत है।
      मैं घर जा रहा हूं।
साक्षी : रुकोगे नहीं आप ।
मैं : अब रुक कर क्या करूंगा ।
     और किसके लिए रुकूंगा ।
साक्षी : मैं नहीं रही अब
मैं : हो तो क्या फायदा
साक्षी : मैं आ रही हूं। आप रुको तो सही
मैं : मत आओ मुफ्त में कुछ गरबर हो गया तो
साक्षी : मेरे पापा के एक दोस्त है । मुझे लगता है वो हमें मदद कर सकते है।
मैं : ठीक है। आओ लेकिन कोई गर्बर नहीं ।
    (कुछ ही देर में साक्षी आ जाती है।)
साक्षी : कैसे हो आप
मैं : ठीक हूं आप पहले मुंह ढको तो
साक्षी : ठीक है।
        चलो
      ( उसकी पापा का दोस्त के घर पर पहुंच गए)
चाचा : कौन हो तुम लोग
साक्षी : मैं हूं चाचा जी ( मुंह खोलते हुए )
चाचा : साक्षी तुम इतनी धूप में
        पहले अंदर आओ और ये कौन है।
साक्षी : इससे मैं प्यार करती हूं।
         इसलिए आपके पास आई हूं।
चाचा : भाग कर आई हो तुम
साक्षी : नहीं चाचा जी वैसे आपसे मिलने आई हूं
चाचा : बात क्या है फिर
साक्षी : हम दोनों प्यार करते  हैं और पाप मेरे लिए लड़का      देख रहे है । पापा को ये सब बात नहीं पता है ।
मैं : चाचा जी हम दोनों की शादी को आप एरेंज मैरेज में बदल दीजिए ।
मेरे भी चाचा को मैं सब बात बता दिया हुं आप एरेंज मैरेज में बदल दीजिए। हम दोनों बहुत खुश रहेंगे ।
  
चाचा : आप करते क्या हो ।
मैं : अभी पढ़ाई कर रहा हूं एक ही कक्षा में
चाचा : शादी के बाद क्या करोगे आप
मैं : जी मैं पढ़ाई करूंगा ।
चाचा : रुपया कहां से लाओगे
मैं : पापा है ना
चाचा : अगर शादी के बाद रुपया नहीं दिया तो
मैं : तो कोई कंपनी में जॉब ढूंढ लेंगे ।
चाचा : फिर साक्षी की पढ़ाई ?
मैं : इसका पढ़ाई कभी नहीं रोकेंगे चाहे मुझे आज ही क्यों न कमाना परे !
चाचा : ठीक है आप जाइए । मैं साक्षी को उसके घर पर छोर दूंगा ।
मैं : ठीक है।
साक्षी खुश नजर आती है और मैं वहां से चला आया ।
और अपने चाचा को सब बात बता दिए ।
उसके बाद . ..


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